स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन, बाढ़ और सुप्रीम कोर्ट में क्रिप्टो!

दोस्तों,

विभिन्न प्रकार के पर्व एवं घटनाएं जब एक साथ होने लगे तो बड़ी ही ऊहापोह की स्थिति हो जाती है। आज ऐसा ही एक दिन था।

एक तरफ रक्षाबंधन और दूसरी ओर स्वतंत्रता दिवस ... दोनों एक ही दिन। उधर लगातार बाढ के कारण देश का अधिकांश हिस्सा समस्याओं से जूझ रहा है। 500 से अधिक देशवासियों की जाने जा चुकी है।

आज सवेरे जब मेरी बहन का फोन आया, रक्षाबंधन के उपलक्ष में शुभकामनाओं हेतु, तो मैंने भी बड़ी मासूमियत से उससे पूछा कि स्वतंत्रता दिवस का क्या होगा? भला, बंधन और स्वतंत्रता, दोनों एक साथ कैसे मनाया जा सकता है!

मेरी बहना भी हंस पड़ी और उसने अपनी प्राथमिकता पहले ही बता दी कि वह तो रक्षाबंधन ही मनाएगी और मुझे बंधन से मुक्त नहीं करेगी। किंतु दुखी मन से बोली कि बाढ़ से ग्रस्त इलाके में उसे बाजार में कहीं राखी नजर नहीं आ पाई।

आजकल हमारी आदत-सी हो गई है कि हर चीज हम बाजार से तैयार खरीद कर ले आएं।

खैर, इधर सुप्रीम कोर्ट में क्रिप्टो करेंसी पर बहस जारी है। ढाई घंटे चर्चा के बाद न्यायधीश महोदय ने अगली तारीख 20 अगस्त तक सुनवाई स्थगित कर दी।

ऐसे में मुझे यह विचार आया है कि क्यों न प्रधानमंत्री बाढ़ राहत कोष के लिए देश-विदेश से क्रिप्टो करेंसी में चंदा एकत्र किया जाए और क्रिप्टो समुदाय की ओर से सरकार को क्रिप्टो में ही राशि दान में दी जाए। क्या इससे क्रिप्टो का महत्व सिद्ध नहीं हो जाएगा कि दुनिया भर से कम समय में प्राकृतिक आपदा में सहायता हेतु अधिक चंदा इकट्ठा किया जा सकता है? क्रिप्टो की जो एक बुरी छवि सरकार के सामने उभर कर आई है उसे मिटाने का यह एक अच्छा माध्यम सिद्ध हो सकता है।

समय अधिक हो गया है इसलिए मैं अधिक लंबी पोस्ट नहीं लिखूंगा। लेकिन मैं यह जानना चाहता हूं कि
आपका इस संबंध में क्या मानना है। यदि आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो क्या आप ऐसा कोई अभियान या पिटिशन शुरू करने की पहल करेंगे?